Sunday 28 August 2011

ek najariya yah bhi

अभी ' अन्ना ' जी के आन्दोलन ने सरकारी सहयोग और आम जनता की 
भागीदारी तथा ई -मीडिया के प्रोत्साहन से बहुत  प्रेरक गति हासिल कर ली 
है | भ्रष्टाचार उन्मूलन हेतु ' जन लोकपाल बिल 'को पास करवाने की मांग 
ठीक हो सकती है ,अन्ना की स्वयं की विश्वसनीयता २४ कैरेट की है |
उनकी सादगी पर कौन न बलिहारी जाए |
यहाँ एक प्रश्न में उठाता हूँ -इन्कलाब जिंदाबाद का नारा बुलंद किया जाता है ,
क्रांतिकारियों का नाम अन्ना बार बार लेते हैं ,भारतमाता की जय बोलते हैं ,
वन्दे-मातरम् गाया जाता है ,जंतर -मंतर के अप्रेल में हुए आन्दोलन के समय 
मंच में पीछे भारत माता की तस्वीर लगाई गयी थी ,वह इस समय हटा कर 
गाँधी जी तस्वीर लगाई गयी है ,पूछने पर ' चालाक ' लोग जबाब  देते हैं कि
उससे गलत सन्देश जा रहा था |
फिर इन चालाक लोगो के लिए , बाबा रामदेव कि मुहिम जो पिछले एक वर्ष से 
सुनियोजित ,सुगठित ,सुविचारित ढंग से स्वस्थ भारत के निर्माण के  लिए 
चलायी जा रही है ,क्या है ?
तमाम कर्मठ बुद्धिजीवी जो वर्षों से  स्वदेशी  की अलख जगाये हुए थे 
( बनवारी लाल जी शर्मा ,इलाहाबाद ,स्व.राजीव दीक्षित ,वर्धा --आदि )  ,
कोई प्रभावी न हो पा रहे थे |भाषणों से कुछ सैकड़ा ,और छपी सामग्री से 
थोड़ा और ज्यादा  और शने शने वो कुंठित भी होने लगे थे | तभी एक उर्जावान ,
नौजवान जो पिछले  एक दशक से देश और विदेश में अपने करोड़ों मुरीद 
बना चुका था और स्वयं हर तरह से सक्षम बन चुका था -के संपर्क में 
एक  उर्जावान ,ज्ञानवान वृहद ज्ञान भंडार का मालिक और जबरदस्त 
तार्किक ,तथ्यात्मक प्रस्तुति देने क़ी क्षमता वाला विद्वान ( राजीव दीक्षित ,जो 
अब हमारे बीच नहीं है )आया |
पिछले दो  वर्षों में यह मिलन  बाबा रामदेव और राजीव जी का देश में 
'भारत  स्वाभिमान ' को खड़ा करने में और उसे विस्तार देने में सफल 
रहा | बाबा क़ी अद्भुत नेतृत्व क्षमता और राजीव जी क़ी विलक्षण प्रस्तुति 
ने ,नए विरोधी पैदा कर लिए जो देश से अधिक विदेशों मे थे /हैं |
दवा उद्द्योग ,पेप्सी -कोला ,यूनी लीवर -आदि से जुड़े लोग |
काले धन ,भ्रष्टाचार  पर आक्रामक तेवर ( जो होने भी चाहिए ) रखने वाले 
बाबा को पीछे करने के लिए भारत माता क़ी तस्वीर हटवा दी है और 
गांधीजी क़ी लगा दी है | इन ' चालाक ' लोगो क़ी अपनी क्षमता ,भीड़ जुटाने 
क़ी तो है नहीं तो उस बुजुर्ग से कहते हैं कि  ' अन्ना तुम संघर्ष करो हम तुम्हारे 
साथ है '|इस उम्र में 'अन्ना' का काम दिशा देने का हो सकता है ,पर सघर्ष   
करना इन नौजवानों का होना चाहिए |
 इस देश में भारतमाता की तस्वीर , को कला की आजादी के नाम पर एक नामी-गिरामी 
कलाकार विकृत रूप में पेश करता है ,जब तीव्र प्रतिक्रिया होती है ,इसको 
तरह तरह के नाम दिए जाते है ,तब देश छोड़ जाता है पर क्षमा नहीं मांगता |
(खैर , ईश्वर उसकी आत्मा को शांति प्रदान करे ) 
इस समय तो एक ही प्रार्थना है कि हमारे 'अन्ना ' स्वस्थ रहें और इन एरियल बेचने 
वाले या नक्सालियों का समर्थन करने वालों से भी भगवान उन्हें बचाएं |
मुझे पूरा विश्वास है ,कि,देश को बाबा रामदेव का पथ प्रदर्शन , नया नेतृत्व भी खोज कर देगा |
देश कि जनता  ,सरहदों को मानने वालों और उसकी  रक्षा करने वालों को पूर्ण बहुमत दिलाये 
जिन्हें भारतमाता में ,सर्व धर्म समभाव ( छद्म धर्म निरपेक्षता नहीं )में विश्वास है ,जिनके 
पीछे moral force का डंडा हमेशा रहता है |जब पूर्ण बहुमत होगा तो गठ बंधन की मजबूरियां 
भी नहीं होंगी   |
कानून तो देश में अभी भी बहुत हैं पर उन्हें लागू करने का मनोबल नहीं है | फिर ,एक बार में १९७४ 
में श्री के .आर .गणेश वित्त राज्य मंत्री ,भारत सरकार का उदहारण देना चाहूँगा ,जिन्होंने 
हाजी मस्तान और यूसुफ़ पटेल ( बड़े तस्कर )को प्रचलित नियमों के तहत ही सींकचों के 
पीछे पहुँच दिया था | अभी इतना ही -शुभेच्छा के साथ -
 -महिपाल   

No comments:

Post a Comment